" विज्ञान जितनी दृढ़ता और निस्पृहता के साथ आगे बढ़ता है, वह मजदूरों के हितों और आकांक्षाओं के साथ उतना ही सामंजस्य स्थापित करता है. " फ़्रेडरिक एंगेल्स
Sunday, February 21, 2021
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वो तुम्हें हिन्दू मुसलमान, जात-पात, ऊंच-नीच में उलझायेंगे, लेकिन तुम मजदूरी-मुनाफा, गरीबी-अमीरी, महंगाई, स्वास्थ, अर्थव्यवस्था पर टिके रहना, देखना कैसे वे भाग खड़े होते है।
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