Sunday, February 21, 2021

किसान आंदोलन तथा श्रम कानूनों में संशोधन के खिलाफ मजदूर आंदोलन तेज करो !


आज बिहार निर्माण व असंगठित श्रमिक यूनियन की तरफ से राजेंद्र नगर -कुमहरार कमिटी ने मुसल्लहपुर हाट तथा सैदपुर के इलाके में जन विरोधी कृषि कानून तथा  श्रम कानूनों में हुए सुधार के खिलाफ मजदूरों को जागृत करने का अभियान चलाया | यूनियन के साथी कॉम इंद्रजीत तथा साथी रंजीत मजदूरों के बीच अपनी बात रखते हुए : - -
यह महत्वपूर्ण तथ्य है कि मजदूरों के काम के घंटे और मनमाना शोषण के लिए मोदी सरकार द्वारा श्रम कानूनों में बदलाव के बाद  कृषि कानून ऐसे बदलाव लाए गए ताकि सरकार अपनी जमीन तथा उत्पादन के साधनों को बड़ी पूंजी के हाथों खोकर मजदूर बन जाए ।  यह ऐसी स्थिति है जिसमें मोदी सरकार वित्त पूंजी तथा भारतीय एकाधिकार पूंजी [अदानी अंबानी टाटा आदि ) के फायदे के लिए न सिर्फ मजदूरों का शोषण तीव्र कर दिया है बल्कि किसानों का भी संपत्ति हरण कर उन्हें बेहाल कर रहा है ।इस मायने में किसान आंदोलन भावी मजदूरों के जीवन के संकटों के खिलाफ होने वाली लड़ाई का पहला चरण है । इस लड़ाई में मजदूरों को शामिल होकर न सिर्फ कृषि कानून , बल्कि श्रम कानूनों में हुए बदलाव के खिलाफ लड़ने के लिए किसानों  के साथ संयुक्त मोर्चा बनाना समय की मांग है ।

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